कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता कैसे लाएं ? How to Bring Modernity in Agriculture?

किसी भी देश के लिए उसकी अर्थव्यवस्था बहुत महत्त्वपूर्ण होती है जो की किसी न किसी रूप से कृषि पर भी आश्रित होती है उसी प्रकार भारत भी एक कृषि प्रधान देश है जिसमे लगभग 58 % आबादी कृषि पर ही निर्भर है | आपको जानकर हैरानी होगी कि चीन में कृषि में उपयोग की जाने वाली भूमि लगभग 50% है तथा चीन पूरे विश्व में कृषि उत्पादन में प्रथम स्थान पर है यही भारत में कृषि में उपयोग की जाने वाली भूमि लगभग 65% है फिर भी भारत पूरे कृषि के उत्पादन में दूसरे स्थान पर है | इसका प्रमुख कारण यह है की भारत के लोगो का पूर्वजो की पारम्परिक कृषि तकनीकी पर आधारित रहना तथा कृषि के क्षेत्र में कुछ नया न करना | भारत में कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture लाने के लिए सभी किसानो को कठिन परिश्रम करना होगा

   आप हमारे मदद से कृषि के क्षेत्र में कुछ बेहतर कर के भारत को कृषि के क्षेत्र में विश्व में एक अलग पहचान दे सकते हैं |

Modernity in Agriculture

कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता लाने के लिए कुछ युक्तियाँ –Some Tips to Bring Modernity in Agriculture

    भारत को कृषि के क्षेत्र में एक नई पहचान देने के लिए हमें  क्या-क्या बदलाव करना चाहिए

 1. आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग (Use of Modern Agriculture Machinery)

 2. अच्छे बीजो का चयन  ( Selection of good seeds)

 3. जैव प्रोद्योगिकी का उपयोग ( Use of Biotechnology )

 4. जैविक खाद का उपयोग (Use of Organic Fertilizer)

 5. दवाइयों व कीटनाशको का उपयोग ( Drug and Pesticide Use )

 6. स्मार्टफोन के माध्यम से फसल सिंचाई प्रणालियों की निगारानी और नियंत्रण

 7. पशुओं के लिए अल्ट्रासाउंड (Ultrasound for Animals )

 8. कैमरे का उपयोग (Use of Camera )

 9. सेंसर का उपयोग ( Use of Sensor )

10. ड्रोन का उपयोग ( Use of Drone )

 आगे विस्तार से जानने के लिए इस ब्लाग को पूरा पढ़े ||

 आधुनिक कृषि यंत्रो का उपयोग Use of Modern Agriculture Machinery

       भारत में कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture लाने के आधुनिक कृषि यंत्रो का उपयोग अधिक से अधिक करना अति आवश्यक हो गया है | आधुनिक कृषि यंत्रो का उपयोग करने से कृषि के क्षेत्र में बहुत बदलाव आयेंगे |

इसकी सहायता से खेती करना अत्यंत सुगम, तेज तथा उत्तम हो जायेगा | जिससे किसानो को कम लागत और कम श्रम के साथ अत्यधिक मुनाफा होगा | कृषि यंत्रो का उपयोग कर के भारत के किसान बड़े पैमाने पर आसानी से व सुचारू ढंग से खेती कर सकेंगे | आधुनिक कृषि यंत्रो के उपयोग करके सम्पूर्ण कृषि को विश्व में एक अलग 

पहचान मिल सकती है |

आधुनिक कृषि यंत्रो के बारे में अधिक जाने

अच्छे बीजों का चयन – Selection of Good Seeds

    कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture लाने के लिए फसल की पैदावार अच्छी करनी होगी जिसके लिए हम किसान

भाईयों को फसल के उन्नतिशील बीजों का चयन करना होगा | कृषि के लिए अचछे बीजों का चयन एक महत्त्वपूर्ण पहलू है इसके लिए कृषक को बीजों के बारे में उचित जानकारी होनी आवश्यक है | अच्छे बीजों का चयन करने के लिए आप किसी कृषि संस्था या फिर कृषि विशेषज्ञो की सलाह अवश्य लें | अच्छे बीजों का चयन करते समय विक्रेता और कंपनियों के साथ विवेचना करें | साथ ही साथ पैकेजिंग, गुणवत्ता, उत्पादन क्षमता तथा दम का अवश्य

ध्यान दें | जिस बीज की पूरी प्रमाणिकता से जाच हुई हो सिर्फ उन्ही बीजो को खरीदें |

अच्छे बीजों के बारे में अधिक जाने

जैव प्रौद्योगिकी का उपायोग Use of Biotechnology

   कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture के लाने लिए जैव प्रौद्योगिकी एक वरदान के रूप में साबित होगा |

जैसे-जैसे आबादी में वृद्धि हो रही है उस हिसाब से अगर हम पारम्परिक़ कृषि तकनीकी का उपयोग करें तो खाद्य सामग्री की आपूर्ति कर पाना बहुत बड़ी समस्या बन जाएगी | भविष्य में इस समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए हमें अभी से ही जैव प्रौद्योगिकी की मदद लेनी चाहिए |

 जैव प्रौद्योगिकी जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान तथा अभियांत्रिकी का एक अटूट हिस्सा है जिसके द्वारा कृषि के क्षेत्र में भी क्रांति आयी है | कृषि में जैव प्रौद्योगिकी (Biotechnology in Agriculture) का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जाता है जो कृषि उत्पादन में सुधार करने और संबंधित समस्याओं का समाधान करने में मदद करता है। जैव प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से कृषि क्षेत्र में उच्च उत्पादकता, उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद, फसलों की प्रतिरक्षा, भोजन सुरक्षा और पर्यावरण सुरक्षा का परिचय होता है।

जैव प्रौद्योगिकी के बारे में विस्तार से जानने के लिए क्लिक करें

 जैविक खाद का उपयोग Use of Organic Fertilizer

      जैविक खेती भारतीय संस्कृति में एक प्राचीन और मूल्यवान विधि है, जो हमारे ग्रंथों और पुराणों में विस्तार से वर्णित है। विशेष रूप से वेदों, पुराणों और ग्रंथों में जैविक खेती को कृषि के लिए एक सुस्थ और श्रेष्ठ विधि के रूप में जिक्र किया गया है।

दुनिया भर में बढ़ती शारीरिक रोग, महामारी ,विषाणु और कोरोना वायरस में शुध्द खान-पान की ओर ध्यान केन्द्रित किया है जिससे ज्यादातर लोग रासायनिक खाद रहित और इम्युनिटी से भरपूर भोजन की ओर ध्यान दे रहे हैं | विभिन्न रोगों की वजह आज के लोग रासायनिक दवाइयों के द्वारा उगे फल व सब्जियों की बजाय जैविक उत्पादों का सेवन कर रहें हैं |

जैविक कृषि के कारण कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture के साथ-साथ लोगो के स्वास्थ्य में भी सुधर अवश्य आएगा | जैविक खेती सम्पूर्ण रूप से प्रकृति पर निर्भर परन्तु इसमे मनुष्य ने हस्तक्षेप कर के इसे रासायनिक दवाइयों के बल पर कर रहा है |

मोती की खेती कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी के लिए क्लिक करें

दवाइयों व कीटनाशको का उपयोग Drug and Pesticide Use

      कृषि में अच्छी और कम नुकसान देह दवाइयों और कीटनाशकों का उपयोग दोनों तरीके से महत्वपूर्ण है, लेकिन उनका सही उपयोग करना भी आवश्यक है ताकि पर्यावरण, स्वास्थ्य और जैविक विविधता को किसी भी नकारात्मक प्रभाव से बचाया जा सके। आज के समय हम कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture दवाइयों और कीटनाशको के बिना नहीं ला सकते हैं परन्तु ये दवाइया हमे किसी न किसी

रूप में बहुत ही ज्यादा नुकसान पहुचती हैं इनके ही उपायोंग से ही हमने बहुत से जीवो को विलुप्त होने की कगार पर पाया है | परन्तु अगर हम कृषि के क्षेत्र में इसका इस्तेमाल सही ढंग से करे तो कृषि को हम एक अगल मुकाम पर पंहुचा सकते हैं ये तो हम जानते ही हैं की जिस भी चीज का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल होगा वो हमे अवश्य ही नुकसान करेगी ये बात इस पर भी लागू होती है

दवाइयों और कीटनाशको के अच्छी और बेहतर जानकारी के लिए क्लिक कर

स्मार्टफोन के माध्यम से फसल सिंचाई प्रणालियों की निगारानी और नियंत्रण   

   गहन अध्ययन से पता चला लगाया गया की  भारत में सिर्फ 24 प्रतिशत लोगो के पास स्मार्टफोन

है जबकि 40 प्रतिशत लोगों के पास मोबइल है | आज के दौर में मोबाइल किसी यूजर की सबसे बड़ी जरूरत बन गयी है यह डिवाइस भी हमारे जिदगी का हिस्सा बन सा गया है | मोबाइल का उपयोग कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture लाने में बहुत मदद कर सकता है इसकी सहायता से हम मौसम, नजदीकी फसल मंडी कीमत, कृषि एप का इस्तेमाल कर के फसल के रोग तथा उससे सम्बंधित इत्यादि जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं |

पशुओं के लिए अल्ट्रासाउंड – Ultrasound for Animals

    ये जरूरी नही है कि अल्ट्रा साउंड केवल गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी का पता लगाने के लिए जाये | कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture लाने के लिए पशुपालन में भी अल्ट्रा साउंड का उपयोग किया जाना चाहिए, जिससे पशुओं में रोग तथा उसका सही समय पर उपचार किया जा सके |साथ ही साथ इसका उपयोग पृष्ठभूमि की जाँच करने के लिए तथा भूमि में उपस्थित जल की मात्रा का पता लगाने में किया जाता है और फसल उत्पादन के फसल की क्वालिटी की जाँच करने के लिए किया जा है |

 कैमरे का उपयोग- Use of Camera

      कैमरे के उपयोग से नवीनतम डिजिटल तकनीकों द्वारा कृषि में अधिक सुधार किए जा सकते हैं, जिससे उत्पादकता और उत्पादन में सुधार हो सकता है और इससे खेती को अधिक आधुनिक और समृद्ध बनाया जा सकता है। कैमरे के उपयोग से कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture लाने के लिए बहुत मददगार साबित होगा | कैमरे की मदद से किसान भूमि की तस्वीर ले कर उस भूमि के विकास और उत्पादकता की जानकारी मिल सकती है | कैमरे की मदद से फसल की देखभाल अच्छे से की जा सकती है क्यों की कृषक को फसल के खेत में जाने मे कठिनाई होती है जो की कैमरे की मदद से नही होगी और फसल में होने वाले रोग और उनसे फसल को सही समय पर बचाया जाया सकता है |

 सेंसर का उपयोग – Use of Sensor

      कृषि के क्षेत्र में सेंसर का महत्वपूर्ण भूमिका है जिसका उपयोग फसलों की स्थिति, प्रगति और सेवाएं मॉनिटर करने के लिए किया जाता है। यह उपकरण बिना मौसम एवं जलवायु परिवर्तन या जमीन के आधार पर खेतों की देखभाल करने में मदद करता है और किसानों को समय पर सूचना प्रदान करता है ताकि वे उपयुक्त निर्णय ले सकें। सेंसर की मदद से भारत की कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture लाने में आसानी होगी | इसके उपयोग से हम किसी फसल के वातावरण को भी नियंत्रण किया जाता है | फसल सेंसर फसलों की रूपरेखा और स्थिति को निरंतर निगरानी करते हैं। इससे किसानों को फसलों के समय पर उपचार करने और उन्हें पेयजल और कीटाणु नियंत्रण की आवश्यकता का समय पता चलता है, जिससे समय और श्रम की बचत होती है।  इससे उन्हें समय पर कीटाणु नियंत्रण और उपचार करने की स्थिति मिलती है और उच्च उत्पादकता के लिए उन्हें अनुकूल नियोजन बनाने में मदद मिलती है। फसल सेंसर प्राकृतिक संसाधनों की स्थिति और फसलों की आवश्यकता को मापने में मदद करते हैं। यह किसानों को समय पर सिंचाई की आवश्यकता को निर्धारित करने में सहायक होते हैं, जिससे पानी की बचत होती है और समृद्ध फसल उत्पादन होता है

ड्रोन का उपयोग Use of Drone

कृषि में ड्रोन किसी वरदान से कम नहीं है | यह कृषि उत्पादन में कई तरह के लाभ प्रदान करता है। निम्नलिखित कुछ मुख्य तरीके हैं | ड्रोन के उपयोग से खेतों की सिंचाई का प्रबंधन किया जा सकता है। यह खेतों में पानी के उपयोग को निरंतर मॉनिटर करता है और यातायात के साथ पानी की बचत कर सकता है। ड्रोन सिंचाई विधि को औद्योगिकरण करता है और पानी के व्यय को कम करता है, जिससे खेती में उत्पादकता बढ़ती है। ड्रोन को बीज बोने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। यह खेतों में बीजों को सही विधि से बोने में मदद करता है, जिससे खेती के अनुकूल विकास को सुनिश्चित किया जा सकता है। ड्रोन आकाशीय यंत्रों का उपयोग करके जंगली आग और वन्यजीवों की आग से लड़ने में मदद कर सकते हैं। ड्रोन फ़ायरबालिंग की विशेषता उन जगहों पर काम करती है जिनमें मानवीय दस्तकत ज़रूरी नहीं होती। ड्रोन के उपयोग से संगठन और सरकारी निकाय खेती को बेहतर बनाने के लिए नियंत्रण और विकास की योजनाओं में योगदान करते हैं।  । इस समय पर ड्रोन का उपयोग भारत में खाद छिड़काव के लिए किया जा रहा है। ड्रोन का उपयोग कृषि के क्षे़त्र में आधुनिकता Modernity in Agriculture लाने में बहुत मददगार साबित होगा।

2 thoughts on “कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता कैसे लाएं ? How to Bring Modernity in Agriculture?”

  1. आपका यह पोस्ट बहुत अच्छा है इससे हमे कृषि में मदद मिलेगी ।

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